Traffic Light Setup by Subasish pani
इस पोस्ट हम पड़ेंगे
ToggleINTRO – – हेल्लो दोस्तों इस वेब साईट में आपका स्वागत हे आज हम सीखेंगे Traffic Light Setup By Subasish pani . तो दोस्तों हाल ही में एक इवेंट हुआ था जो Pusker Raj Thakur sir ने Organized किया था | जो लोग पुष्कर सर को नही जानते हे तो उनको बता दू पुष्कर सर सेल्फ मेड Millionaire हे जिनके YouTube में 78 lack सब्सक्राइबर हे | तो बीते दिनों पुष्कर सर ने एक इवेंट आयोजित किया था जहां पर सभी जो बड़े,पेशेवर ट्रेडर्स को आमंत्रित किया था सब लोग आकार अपनी स्ट्रैटेजी बता रहे थे और अपना P&L दिखा रहे हैं तो शुभाशीष सर ने वहां पर उस इवेंट में एक सेटअप बताया जिसका नाम है ट्रैफिक लाइट सेटअप तो आईये देखते हैं ट्रैफिक लाइट सेटअप क्या है और इसको हम कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं किस-किस टाइम फ्रेम में यह यूज होता है इंट्राडे या स्काल्पिंग या फिर कोई बड़ा टाइम फ्रेम | किस टाइम फ्रेम के लिए बैटर होता है और इनवेस्टमेंट करें या ट्रेडिंग आईये जानते हे |
Traffic Light Setup By Subasish pani
Traffic Light Setup by Subasish pani – – ट्रैफिक लाइट सेटअप को हम लोग स्कैल्पिंग में इंट्राडे में और पोजीशनल में भी प्लान कर सकते हैं हम इस सेटअप को किसी भी टाइम फ्रेम में इस्तेमाल कर सकते हैं यह बहुत ही सरल सेटअप है इसमें हमें देखना होता है कि कहां पर पेयर बन रहा है जोड़ी एक ग्रीन कैंडल का और एक रेड कैंडल का जैसे सबसे पहले हम देखेंगे 1 मिनट टाइम फ्रेम में 1 मिनट के टाइम से में जैसा कि आप फोटो में देख रहे हैं हमें एक रेंज बनानी है पहले एक जोड़ी हम देखेंगे एक ग्रीन कैंडल और एक रेड कैंडल की फिर उसमें हम हाई और लो मार्क कर लेंगे उसके बाद वो pair जिधर को भी ब्रेकआउट देगा हम उस सीदे अपनी पोजीशन बना लेंगे |
ENTRY AND EXIT
Traffic Light Setup by Subasish pani
ENTRY – जेसा की हमने डिस्कस किया की हमें एंट्री लीनी हे ब्रेकआउट के बाद | लेकिन कई बार ब्रेकआउट फेक भी होते हे तो फेक ब्रेकआउट से बचने के लिए हम कन्फर्मेशन ले सकते हे | कन्फर्मेशन लेने के लिए हम किसी इंडिकेटर का उसे कर सकते हे या फिर कोई मूविंग एवरेज या फिर प्राइस एक्शन या फिर जो आपको अच्छा लगे |
STOP LOSS – एंट्री लेने के बाद जो सबसे जरुरी चीज़ आती हे वो हे स्टॉप लोस | “स्टॉप लोस कहा लगये केसे लगाये कब लगाये ” आइये अब इसे डिस्कस कर लेते हे | जब एंट्री लेंगे तब ब्रेकआउट हो चूका होगा तो जिस कैंडल के ब्रेकआउट पर हम एंट्री लेंगे उस कैंडल के लो या फिर हाई पे हम स्टॉप लोस लगायेंगे हमरी पोजीशन के अनुसार जेसे अगर हमारी कॉल (उपर की तरफ ) की पोजीशन हे तो स्टॉप लोस रहेगा कैंडल के लो के थोडा सा निचे और अगर हमारी पुट की (निचे की तरफ ) पोजीशन हे तो स्टॉप लोस रहेगा ब्रेकोउट कैंडल के हाई के थोड़ा सा ऊपर |
EXIT – अब हमने स्टॉप लोस भी लगा दिया हे अब बारी अति हे एग्जिट करने की एग्जिट कहा करे | ये सेटअप हमें एग्जिट करने की आज़ादी देता हे मतलब हम इंडिकेटरस या प्राइस एक्शन के अनुसार एग्जिट कर सकते हे | में आपको सुझाव दूंगा की आप piviot levels का इस्तेमाल कर सकते हे |
RULES
Traffic Light Setup by Subasish pani
RULES – – चाहे हम कितने भी सेटअप use करले हर सेटअप का अपना ही एक नयम होता हे ठीक उसी तरह इस सेटअप का भी अपना ही एक नियम हे |
1. एक दिन में तीन बार से ज्यादा इस्तेमाल नही करना हे |
2. पोजीशन साइज़ को ध्यान में रखकर ट्रेड प्लेस करनी हे |
3. ओवर ट्रेडिंग नही करनी हे |
4. रिस्क मैनेजमेंट और मनी मैनेजमेंट को ध्यान में रखकर अपनी पोजीशन बनानी हे |
5. एक सफल ट्रेडर हमेशा Discipline में रहता हे |
6. Discipline से सेटअप इस्तेमाल करोगे तो जरूर पैसा बनोगे |
निस्कर्स || SUMMARY
Traffic Light Setup by Subasish pani
कोई भी ट्रेडिंग सेटअप चाहे कितना भी अच्छा हो उसके कुछ फायदे होते हैं तो कुछ नुक्सान भी यह जो ट्रैफिक लाइट ट्रेडिंग सेटअप है इसके प्रॉफिट भी मिलेंगे और नुकसान भी हमें देखने होंगे , एक असली ट्रेडर वहीं होता हे जो आपने रूल्स को फॉलो करते रहें एक असली ट्रेडर वही है जो नियम फॉलो करें। एक अच्छा ट्रेडर वह नहीं जो बस पैसे कमाए एक अच्छा ट्रेडर वह है जो डिसिप्लिन से लगातार कम लॉस करके बड़े प्रॉफिट कमाए | तो इस प्योर सेटअप की समरी अगर मैं बताऊं अपनी भाषा में तो यह सेटअप मुझे अच्छा लगा सबसे पहली बात यह सेटअप खुद सुभासिस सर ने बताया हे जो पिछले 10 साल से ट्रेडिंग कर रहे हैं और करोडो रुपये वह एक दिन में कमा चुके हैं उनका सबसे ज्यादा प्रॉफिट ₹2 करोड़ है एक दिन का तो जो यह सेटअप बनाया है उन्होंने कुछ रिसर्च करके ही बनाया होगा दूसरी बात और जो सबसे जरूरी बात है इस सेटअप को मैंने भी बैक टेस्ट करके देखा है लॉस भी होंगे कोई सेटअप है तो उसमें लॉस भी होते हैं और प्रॉफिट भी होते हैं पर सेटअप कि खास बात वह होती है की उसमें घाटा कम से कम हो और मुनाफा ज्यादा से ज्यादा | अगर आसन बाषा में कहू तो ये सेटअप भी उनके ओर् सेटअप की हो तरह बहुत अच्छा हे |
धन्यवाद् ||
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Traffic Light Setup - DISCLAIMER
इस आर्टिकल में जो कुछ भी साझा किया गया है इसका केवल शैक्षिक उद्देश्य है। TRADING और INVESTING एक रिस्की Business हे | मेरे ख्याल से हमें सुरुआत में ट्रेडिंग कम पेसे से करनी चाहिये | और लोन लेकर कभी भी ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिये क्योकि इन सब से आप बोहोत बड़ी मुसीबत में पड़ सकते हें | TRADING और INVESTING सिर्फ् पैसों का खेल नही हे मेहनत लगती और PSYCHOLOGY सबसे एहम किरदार निभाती हे चाहें वो TRADING हो या फिर INVESTING दोनों में धेर्य होना बोहोत जरुरी हे इसीलिए हम आपको कुछ भी RECOMMEND नहीं कर रहे हे | कृपया अपने जोखिम को ध्यान में रख कर ही STOCK MARKET और INVESTING की दुनिया में कदम रखे |
FAQ'S
स्टॉक विकल्प वित्तीय डेरिवेटिव हैं जो आपको एक निश्चित समय सीमा के भीतर पूर्व निर्धारित मूल्य पर एक विशिष्ट मात्रा में स्टॉक खरीदने या बेचने का अधिकार (लेकिन दायित्व नहीं) देते हैं।
कॉल ऑप्शन आपको एक निश्चित कीमत पर स्टॉक खरीदने का अधिकार देता है, जबकि पुट ऑप्शन आपको एक निश्चित कीमत पर स्टॉक बेचने का अधिकार देता है।
आप विकल्पों को कम कीमत पर खरीदकर और उन्हें अधिक कीमत पर बेचकर, या अंतर्निहित स्टॉक को अनुकूल कीमत पर खरीदने या बेचने के लिए उनका उपयोग करके लाभ कमा सकते हैं।
प्रीमियम वह कीमत है जो आप किसी विकल्प को खरीदने के लिए चुकाते हैं। यह मौजूदा स्टॉक मूल्य, स्ट्राइक मूल्य, समाप्ति तक शेष समय और बाजार की अस्थिरता जैसे कारकों द्वारा निर्धारित होता है।
स्ट्राइक प्राइस वह कीमत है जिस पर विकल्प का प्रयोग किया जा सकता है। यह निर्धारित करता है कि विकल्प इन-द-मनी है, एट-द-मनी है या आउट-ऑफ-द-मनी है।
विकल्पों की समाप्ति तिथियाँ होती हैं. यदि आप समाप्ति तिथि तक अपने विकल्पों का उपयोग नहीं करते या बेचते नहीं हैं, तो वे बेकार हो जाते हैं।
भुगतान किए गए पूरे प्रीमियम के नुकसान की संभावना के कारण ऑप्शन ट्रेडिंग जोखिम भरा हो सकता है। विकल्पों का मूल्य अत्यधिक अस्थिर हो सकता है और बाजार की स्थितियों और समय क्षय जैसे कारकों से प्रभावित होता है।
निहित अस्थिरता बाजार की भविष्य की कीमत में उतार-चढ़ाव की उम्मीद को दर्शाती है। उच्च निहित अस्थिरता अक्सर उच्च विकल्प प्रीमियम की ओर ले जाती है, और इसके विपरीत।
विकल्प रणनीतियाँ विशिष्ट लक्ष्यों, जैसे हेजिंग, आय सृजन, या सट्टेबाजी को प्राप्त करने के लिए विकल्पों को खरीदने और बेचने के पूर्वनिर्धारित संयोजन हैं। उदाहरणों में कवर्ड कॉल, स्ट्रैडल और स्प्रेड शामिल हैं।
विकल्पों और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में खुद को शिक्षित करके शुरुआत करें। जोखिमों और लाभों को समझें, ब्रोकरेज के साथ एक विकल्प ट्रेडिंग खाता खोलें, और वास्तविक पूंजी लगाने से पहले पेपर ट्रेडिंग के साथ अभ्यास करने पर विचार करें।